शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राज्य के 72 शिक्षकों को शिक्षा मंत्री ने शैलेश मटियानी पुरस्कार से किया सम्मानित। टिहरी के 8 शिक्षक भी हुए सम्मानित। डायट टिहरी स्थापित कर रहा है निये कीर्तिमान।

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के 72 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमे से टिहरी जिले के 8 शिक्षक भी शामिल है। चार वर्षों में डायट टिहरी से तीन प्रवक्ताओं का इस पुरस्कार के लिए चयन होने पर टिहरी जिले के शिक्षकों सहित अनेक संगठनों से जुड़े लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्राचार्य चेतन प्रसाद नौटियाल सहित अवार्ड प्राप्त करने वाले प्रवक्ता डॉ वीर सिंह रावत और दीपक रतूड़ी को बधाइयां दी हैं।
 रायपुर स्थित राजीव गांधी नवोदय स्कूल तपोवन में आयोजित सम्मान समारोह में प्राथमिक, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों के कुल 72 टीचरों को उत्कृष्ट कार्य के लिए शैलेश मटियानी शैक्षिक पुरस्कार दिया गया। इसमें वर्ष 2015 में 27 टीचरों, वर्ष 2016 में 21 और वर्ष 2017 के लिए 24 टीचरों को पुरस्कार दिया गया। बुधवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 10 हजार की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र देकर शिक्षकों को पुरस्कृत किया। पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को दो साल का सेवा विस्तार मिलेगा।     
    राज्य के जिन 72 शिक्षकों को यह पुरस्कार मिला है उनमें से टिहरी जिले के 8 शिक्षक भी शामिल है। डायट टिहरी के प्रवक्ता डॉ वीर सिंह रावत और दीपक रतूड़ी को भी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही टिहरी डायट राज्य का पहला डायट बन गया है जिसमे चार वर्षों की अवधि में तीन प्रवक्ताओं को यह समान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2014 में यहां से प्रवक्ता मीनाक्षी त्यागी को यह पुरस्कार मिला था जबकि इस समय वर्ष 2016 के लिए प्रवक्ता दीपक रतूड़ी और वर्ष 2017 के लिए डॉ वीर सिंह रावत की इस सम्मान के लिए चयन हुआ है। डायट टिहरी के प्रचार्य चेतन प्रसाद नौटियाल को हाल में ही डीएम टिहरी संस्थान की स्वच्छता को लेकर सम्मानित कर चुके हैं और उनके प्रयासों की विभागीय अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि भी प्रशंसा करते हैं। शैलेश मैटियानी पुरस्कार से सम्मानित दोनो प्रवक्ताओं ने समान का श्रेय प्रचार्य को देते हुए कहा कि उनके निर्देशन में डायट की टीम बेहतर करने का प्रयास कर रही है और प्राचार्य से मिली प्रेरणा ने ही उन्हें पुरस्कार के करीब पहुंचाया है। डॉ रावत ने कहा है कि उन्हे पुरस्कार के रूप में मिली दस हजार की राशि को वे प्राथमिक विद्यालय पल्याकोट विकासखण्ड भिलंगना के स्कूली बच्चों को ट्रैक सूट या स्वेटर खरीदने के लिए दे रहे हैं। उनके द्वारा पहले भी ऐसे प्रयास किये जाते रहे हैं। 
उधर डायट टिहरी लौटने पर डॉ वीर सिंह रावत और दीपक रतूड़ी का डायट फैकल्टी सहित  टिहरी के शिक्षकों ने फूलमालाओं सहित जोरदार स्वागत किया। शैलेश मैटियानी पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को विधायक टिहरी धन सिंह नेगी, पूर्व विधायक दिनेश धनै, पालिकाध्यक्ष सीमा कृषाली, मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल, एससीईआरटी के अपर निदेशक दिनेश चंद्र गौड़, राकेश जुगरान, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक सुदर्शन बिष्ट, चम्बा के खंड शिक्षा अधिकारी एसएस चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, खेम सिंह चौहान, जीतराम भट्ट, दिनेश डोभाल, काग्रेस नेता सूरज राणा, ई पत्रिका हिमवंत के संपादक सुशील डोभाल, डायट प्रवक्ता एके सिंह, सुधीर नौटियाल,कैलाश डंगवाल, डीएस भंडारी, शिक्षक दिनेश रावत, मनोज असवाल, मदन सेमवाल, राजीव उनियाल, यशपाल राणा, पंकज डंगवाल, उदयवीर सिंह, विशेष चौरसिया, राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व प्रान्तीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल, शिक्ष नेता दिनेश प्रसाद डंगवाल, रजनीश नौटियाल सहित अनेक लोगो ने बधाई दी हैं।
टिहरी से इन शिक्षकों को मिला शैलेश मटियानी पुरस्कार- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी से प्रवक्ता दीपक रतूड़ी और डॉ वीर सिंह रावत, राइका जखण्ड से प्रधानाचार्य डॉ यशवंत सिंह नेगी,  राइका तपोवन से रामाश्रय सिंह, संस्कृत महाविद्यालय नई टिहरी से दिनेश प्रसाद बडोनी, राप्रावि ढालढूंग से दिनेश चंद्र बडोनी, राइका पिपलीधार से किशोरी सिंह और राप्रावि कोट क्वीली से ऊषा त्रिवेदी।

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