डायट नई टिहरी द्वारा आयोजित वेबिनार में पीएम ई-विद्या कार्यक्रम की दी गयी जानकारी। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने की डायट के कार्यो की सराहना।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए आयोजित वेबीनार में कोविड-19 के कारण बच्चों की शिक्षा दीक्षा में आए व्यवधान को सुचारू रूप से जारी रखने पर जोर दिया गया। इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को डायट द्वारा विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई विभिन्न प्रकार की पाठ्य सामग्री को विद्यालयों के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
कोविड-19 के कारण स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित होने पर चिंता व्यक्त करते हुए डायट नई टिहरी द्वारा आयोजित वेबिनार में मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा है कि महामारी के कारण स्कूली बच्चों का पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि विभागीय स्तर पर विभिन्न प्रकार से शैक्षिक व्यवधान की भरपाई करने का के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु ऑनलाइन शिक्षण में आने वाली विभिन्न समस्याओं के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों तक इसका पूरा लाभ नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण जहां पूरी दुनिया अस्तव्यस्त हुई है वही इंसान ने कोविड-19 से बहुत कुछ सीख लिया है। शिक्षा के क्षेत्र में महामारी के इस दौर में अनेक नए प्रयोग हो रहे हैं और जनपद के अनेक शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने डायट नई टिहरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि डायट द्वारा तैयार की गई पाठ्य सामग्री को बच्चों तक पहुंचाने के हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तैयार किए गए पाठ्य सामग्री को विद्यालय के माध्यम से प्रत्येक बच्चे तक पहुंचाया जाए और बच्चों से फीडबैक भी लिया जाए। वेबीनार में डाइट के प्राचार्य चेतन प्रसाद नौटियाल ने वेबनॉर के मुख्य बिंदु पीएम ई-विद्या के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि वर्तमान समय में बाधित हुई शिक्षा दीक्षा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा 1 से लेकर 12 तक प्रत्येक कक्षाओं के लिए अलग-अलग शैक्षिक कार्यक्रम टीवी चैनलों पर निशुल्क प्रसारित किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अधिकतर बच्चे स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुंच से दूर है लेकिन विभिन्न सर्वेक्षणों से पता चला है कि अधिकतर घरों में टेलीविजन उपलब्ध है। टेलीविजन पर संचालित होने वाले इन निशुल्क शैक्षिक चैनलों का लाभ प्रत्येक बच्चे अपने घरों में रहते हुए अपनी पसंद के समय पर ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम ईविद्या कार्यक्रम के व्यापक प्रचार प्रसार और विद्यार्थियों और अभिभावकों को जागरूक करने के उद्देश्य से जनपद के समस्त ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायत के प्रतिनिधियों को डाक द्वारा पत्र प्रेषित कर उनके क्षेत्रों में विद्यार्थियों और अभिभावकों को अपेक्षित सहयोग की अपील की गई है। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा, सुदर्शन सिंह बिष्ट ने समस्त उप शिक्षा अधिकारियों को ग्रीष्मावकाश के दौरान भी शिक्षकों के साथ समय समय पर वेबिनार आयोजित कर शैक्षिक सुधार के लिए यथोचित प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।
वेबीनार में डायट के प्रवक्ता राजेंद्र बडोनी ने बताया की डायट द्वारा कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए वर्क बुक तैयार की गई है जिन्हें उप शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से विद्यालयों को भेजा जा रहा है। इस अवसर पर डाइट प्रवक्ता दीपक रतूड़ी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए आम लोगों से बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कक्षा 7 के विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई आनंदनी नामक पुस्तक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रवक्ता डॉ वीर सिंह रावत ने मिशन कोशिश कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के द्वारा कोविड-19 के प्रकोप के समय बच्चों को रोचक ढंग से सिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान डायट प्रवक्ता जितेंद्र सिंह राणा ने गूगल फॉर्म व प्रवक्ता सरिता अस्वाल ने पीएम ईविद्या कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। वेबीनार में डायट के समस्त संकाय सदस्य अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रमोद पैन्यूली ओम प्रकाश वर्मा, शैलेंद्र चौहान, पंकज उप्रेती, अनिनाथ, अनीता कठैत, देवेंद्र भंडारी, कैलाश डंगवाल, विनोद पेटवाल, डॉ सुमन नेगी, सुधीर नौटियाल, सुषमा महर आदि ने प्रतिभाग किया।
Nice
ReplyDeleteAppreciable effort...
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