School Education Uttarakhand: शिक्षकों के स्थानान्तरण में हुई अनियमितताओं को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने व्यक्त की नाराजगी, विभाग द्वारा समाधान न करने पर संघ उठेगा सख्त कदम, निदेशक विद्यालयी शिक्षा को भेजा चार बिंदुओं का पत्र
Himwant Educational News: राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड ने शिक्षकों के स्थानान्तरण में हुई अनियमितताओं की जाँच को लेकर निदेशक विद्यालय शिक्षा को चार बिंदुओं का पत्र सौंपा है। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान और महामंत्री रमेश पैन्यूली कहा है कि शिक्षकों के स्थानांतरण में हुई अनियमिताओं को लेकर राजकीय शिक्षक संघ गंभीर है और विभाग द्वारा शीघ्र निस्तारण न के जाने पर शिक्षक शिक्षक संघ द्वारा सख्त निर्णय लिया जाएगा। संघ के प्रांतीयअध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को लेकर शीघ्र ही शिक्षा मंत्री से मुलाकात की जाएगी।
निदेशक विद्यालयी शिक्षा को भेजें पत्र में राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड की प्रान्तीय कार्यकारिणी ने कहा है की बिगत कुछ दिन पूर्व निदेशक एवं अपर निदेशक (मा०शि०) द्वारा संगठन को मौखिक आश्वासन दिया गया था कि स्थानान्तरण सम्बन्धी जितने भी प्रत्यावेदन निदेशालय को प्राप्त हुए हैं. उनका यथाशीघ्र प्राथमिकता के आधार पर पारदर्शी तरीके से निस्तारण किया जाएगा। किन्तु निस्तारण की प्रक्रिया में दोहरी व्यवस्था अपनाई गई। जैसे-
- 1. गंभीर बीमारी में कुछ शिक्षकों को सीधी छूट दे दी गई तथा कुछ शिक्षकों का स्थानान्तरण कर दिया गया।
- 2. गंभीर बीमारी में हुए स्थानान्तरण में कोई प्रतिशत निर्धारित नहीं था। फिर भी पद रिक्त होते हुए भी कुछ शिक्षकों का स्थानान्तरण कर दिया गया तथा कुछ शिक्षकों को छोड़ दिया गया।
- 3. फलित पद के नाम पर कुछ शिक्षकों को लाभ दिया गया कुछ का गुणांक अधिक होने पर भी स्थानान्तरण नहीं किया गया।
- 4. दुर्गम से सुगम के नाम पर बहुत से शिक्षक-शिक्षिकाओं को गढ़वाल से कुमाऊँ और कुमाऊँ से गढ़वाल स्थानान्तरण किया गया जो कि न्यायसंगत नहीं है।
प्रांतीय कार्यकारिणी ने आवाहन किया है कि उपरोक्त मुद्दों पर यदि कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं की गई तो संगठन को कठोर निर्णय हेतु बाध्य होना पड़ेगा। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही विभाग की होगी।
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