हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार-
हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार- |
एक साथ मिलकर उस बस्ती के सब कुत्ते हाथी को देखकर भौंकना शुरू कर देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हाथी की उनकी बस्ती में मौजूदगी उनके लिए स्वीकार्य नहीं क्योंकि हाथी उनके लिए एक अजनबी, अन्जान और कतई बेगाना प्राणी है। छोटे-बड़े, कमज़ोर और तगड़े - सब कुत्ते एक समूह के रूप में, अपना पूरा दम लगाकर हाथी के सामने भौंकते है। उसे रोकने की कोशिश करते हैं। हर प्रकार से बाधित करने का प्रयास करते हैं। हाथी बस्ती के कुत्तों के उस झुण्ड से घबराता नही है।
- वह कुत्तों के झुंड के व्यवहार से तनिक भी विचलित नही होता है।
- वो जानता है कि उसका रास्ता लम्बा है।
- उद्देश्य उसके सामने है।
- नियत उसकी साफ है।
- रास्ता तय करने के लिए, उसके घुटनों में दम है।
- और मंजिल उसके बहुत करीब है।
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