कोरोना के कहर से उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाएं जा सकती है पीछे। शिक्षक संघ के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने किया शिक्षा मंत्री से आग्रह। मंत्री ने दिए निर्देश, छात्रों के स्वास्थ्य के साथ नही होगा समझौता।
विद्यलयी शिक्षा मंत्री- अरविंद पांडे |
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं भी पीछे खिसक सकती हैं। विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा है कि किसी के स्वास्थ्य और जीवन के साथ खिलवाड़ नही किया जा सकता। कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए यदि आवश्यक हुआ तो बोर्ड परीक्षाओं की तिथी आगे बढ़ाई जा सकती है।
शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के बीच एक मीटर का दायरा रखा जाय और परिक्षाकक्ष में सेनिटाइजर की व्यवस्था कर ली जाय। साथ ही परीक्षा शुरू होने से पहले और परीक्षा के बाद परिक्षाकेन्द्र पर परीक्षार्थियों को अनावश्यक न रुकने दिया जाय। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की दसवीं व 12वी की बोर्ड परीक्षाओं को पहले ही स्थगित किया जा चुका है। अब उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाओं की तिथि भी पीछे खिसकने की पूरी संभावना है।
राम सिंह चौहान, पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष |
दूसरी ओर राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने शिक्षा मंत्री से कोरोना के कहर को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि छात्रों और शिक्षको सहित जनमानस की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय बोर्ड ने परीक्षाओं को अग्रिम आदेशों तक निरस्त कर दिया है किन्तु उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं गतिमान है। छात्र छात्राओं तथा कक्ष निरीक्षकों मे इस भयावह स्थिति के कारण डर बैठा हुआ है। जिसके कारण बच्चे पूर्ण मनोयोग से परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं और शिक्षक शिक्षकायें भी भय के वातावरण में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित किया जाय।
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