स्कूल हेल्थ पोरोग्राम की प्रशिक्षण रिपोर्ट में शिक्षिका ऊषा पोखरियाल ने दिया यह शानदार संदेश।

 आयुष्मान भारत प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत पांच दिवसीय आनलाइन कार्यशाला का आज तृतीय दिवस था। प्रशिक्षण का शुभारंभ गुरुजनों के आपसी अभिवादन के साथ हुआ। आज 28 दिसंबर के माड्यूल का विषय "जैंडर समानता"तथा सन्दर्भ दाता श्री राकेश कुमार शाह जी रहे। इस विषय के अन्तर्गत लिंग, जैंडर तथा ट्रांसजेंडर पर परिचर्चा की गई।
        जैंडर रूढ़िवादिता का समाज पर प्रभाव, जैंडर रूढ़िवादिता और विज्ञापन, जैंडर आधारित भेदभाव से कैसे निपटें, जैंडर आधारित हिंसा पहचान और निवारण इन सभी तथ्यों पर  चर्चा की गई। इससे हमने सीखा की परिवार के सभी सदस्यों को मिल जुल कर बिना किसी भेदभाव के सभी कार्य करने चाहिए। तत्पश्चात सन्दर्भ दाता श्री प्रवेश जोशी जी द्वारा "पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता " सम्बन्धी माड्यूल का प्रस्तुतीकरण किया गया। जिसके अंतर्गत किशोरावस्था और पोषण संबंधी आवश्यकताएं, संतुलित आहार पिरामिड, मध्याह्न भोजन योजना, व्यक्तिगत स्वच्छता, स्वस्थ आदतें प्रश्नोतरी,स्वच्छता और स्वास्थ्य,5 F, स्वच्छ भारत अभियान, ख़ून की कमी - कारण, निवारण और प्रबंधन, आयरन फोलिक एसिड आदि पर चर्चा परिचर्चा की गई। बीच-बीच में केस स्टडी द्वारा प्रश्नोतर भी पूछे गए जिसमें सभी प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। तत्पश्चात लंच ब्रेक हुआ। लंच ब्रेक के बाद सन्दर्भ दाता डॉ रीना रावत जी द्वारा "प्रजनन स्वास्थ्य और एच आई वी की रोकथाम"माड्यूल पर परिचर्चा हुई। जिसके अंतर्गत प्रजनन अंगों की स्वच्छता, RTI,STD,UTI,HIV औरAIDS लक्षण, कारण और रोकथाम पर सभी विद्वजनों ने अपने विचार प्रस्तुत किए तथा सन्दर्भ दाता द्वारा शंकाओं का निवारण किया गया। साथ ही HIV और AIDS में अंतर, Type of HIV और Window period से आप क्या समझते हैं। इन सभी विषयों पर नवीन जानकारी प्राप्त हुई। 

    उपसंहार-यद्यपि ये जानकारी हमें पूर्व में ही विदित थी परन्तु प्रशिक्षण द्वारा हमने इन्हे और अधिक आत्मसात् कर लिया है क्योंकि एक शिक्षक/शिक्षिका होने के नाते हमारी जिम्मेदारियां अधिक बढ़ जाती है। हमारे देश का भविष्य बच्चे हैं और इन बच्चों की बागडोर हमारे हाथों में है। एक शिक्षक/शिक्षिका होने पर हमें गर्व होना चाहिए और इस प्रशिक्षण की सफलता तभी फलीभूत होगी,जब हम इस जानकारी को अपने बच्चों और समाज तक पहुंचाएंगे।

               सधन्यवाद- श्रीमती उषा देवी पोखरियाल,रा क उ मा वि कैथोली जाखणीधार टिहरी गढ़वाल।

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