वेलनेश एम्बेस्डर्स प्रशिक्षण के समापन पर शिक्षक नरेंद्र सिंह भंडारी ने प्रस्तुत की शानदार रिपोर्ट।
द्वितीय सत्र =दितीय सत्र की शुरुआत माड्यूल- हिंसा और चोट के खिलाफ से हुई। इसका संचालन श्री मनमोहन सिंह कठैत जी के द्वारा किया गया। इस विषय को आडियो, वीडियो व गतिविधि के माध्यम से बड़े ही रोचक तरीके से समझाया गया। इस माड्यूल में विशेषकर जो मुददे उभरकर आए हैं वो इस प्रकार हैं जैसे-घरेलू हिंसा, लिंग भेद आधारित हिंसा, सामाजिक हिंसा, छेड़छाड़ हिंसा,योन हिंसा, पारिवारिक हिंसा, भावात्मक हिंसा, द्रव्य हिंसा, कुविचार हिंसा, मिथ्या भाषण हिंसा,द्वेष हिंसा, बैचारिक हिंसा, विरोधी हिंसा, असहमति हिंसा,सांम्रदायिक हिंसा आदि-आदि। यह भी चर्चा की गई कि जिस प्रकार की भी हिंसा हो उसकी पहचान फिर उसका वर्गीकरण व समाधान/रोकथाम कैसे की जाए। अगर कोई हिंसा हो रही हो तो उसको दोस्तों, परिवार, अभिभावक, रिश्तेदार, शुभचिंतक व अन्य माध्यमों से इसका समाधान निकाला जा सकता है। अगर किसी हिंसा का समाधान नहीं होता है तो पुलिस से सहायता ली जा सकती है। पोक्सो एक्ट के अंतर्गत भी इसका समाधान है सीधे टाल फ्री न. 1098 पर संपर्क कर त्वरित कार्रवाई की जाती है। छात्रों के परिप्रेक्ष्य में इसकी जानकारी हमें विधालय स्तर भी देनी चाहिए।
प्रशिक्षण उपसंहार= आज के प्रशिक्षण से हमें बहुत ही सकारात्मक जानकारियां प्राप्त हुई है , जिसका लाभ हमें छात्रों को विधालय स्तर पर दे सकते हैं जो इस देश का भविष्य है। शोशल मीडिया जो आज सभी की जरूरत है उसका लाभ हम ज्यादा से ज्यादा बच्चों व समाज तक पहुंचाएं। हिंसा भी आज के समाज में विकृत रूप ले रही है इस विषय पर भी खुलकर छात्रों से चर्चा करनी चाहिए। इसी के साथ आज की आख्या/प्रतिवेदन को यहीं पर पूर्ण विराम देता हूं। आप सभी के अमूल्य सहयोग के लिए धन्यवाद। कुछ छुट गया हो या गलती हो तो माफी चाहता हूं। पुनः नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ----
नरेंद्र सिंह भंडारी, उ.प्रा.वि.खांड
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