डायट नई टिहरी में पांच दिवसीय कार्यशाला में प्राथमिक शिक्षकों ने किया अनेक रोचक गतिविधियों का अभ्यास।

   जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में प्रारंभिक शिक्षकों के लिए पाठ्य सहगामी क्रियाकलाप  व प्रार्थनासभा आदि कार्यक्रमो के संचालन पर पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में संस्थान द्वारा विकसित किए गए साउंड ट्रेक का अभ्यास शिक्षकों से करवाया जा रहा है, जिससे विद्यालयों में प्रार्थना सभा को एकरूपता देते हुए रुचिकर और आकर्षक बनाया जा सकेगा। प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को विद्यालय में रुचिकर माहौल उपलब्ध कराने के लिए आर्ट और क्राफ्ट के माध्यम से अनेक बालोपयोगी सामग्री भी तैयार करवाई जा रही है।
       जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के लिए दिनों दिनों पांच दिवसीय कार्यशाला चल रही है। इस कार्यशाला में प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए विद्यालयों में रुचिकर एवं आनंददायक माहौल बनाने के लिए शिक्षकों से आर्ट और क्राफ्ट के माध्यम से अनेक गतिविधियां आयोजित करवाई जा रही हैं। साथ ही विद्यालय में आयोजित होने वाली प्रार्थना सभा को रुचिकर बनाने के लिए विभिन्न प्रार्थना और समूह गान आदि के साउंड ट्रैक तैयार किए जा रहे हैं और शिक्षकों को इनका अभ्यास करवाया जा रहा है। नई शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसा के अनुरूप स्थानीय बोली भाषा को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाली प्रार्थना 'नमो भगवती मां सरस्वती' का अभ्यास भी प्रतिभागियों को करवाया जा रहा है। इसके साथ ही 'बदली में चमकेगा', रवि रुद्र पितामह, वह शक्ति हमें दो दयानिधे, तुम तो यहीं कहीं भगवान मेरे, तू ही राम तू रहीम, आदि प्रार्थनाओं का विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ अभ्यास करवाया जा रहा है। संगीत की संदर्भ दाता शिक्षिका हिमानी राजकीय इंटर कॉलेज नागणी, ज्योति सुमन सहायक अध्यापक संगीत बालिका इंटर कॉलेज बोराड़ी, एवं संजय कुमार तबला वादक सुर गंगा संगीत विद्यालय बोराडी,  विभिन्न साउंड ट्रैक पर कार्य कर रहे हैं। कार्यशाला में पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों के अंतर्गत चित्रात्मक कहानी लेखन, डेस्क कैलेंडर, मुखौटा एवं सीडी से विभिन्न आकृतियां बनाना क्लेआर्ट, पेन होल्डर तथा योग एवं व्यायाम की गतिविधियां अध्यापकों को करवाई जा रही है.
     कार्यशाला के तीसरे दिन आज जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा सुदर्शन सिंह बिष्ट ने कहा है कि कार्यशाला में शिक्षकों की प्रतिभागिता से विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि डायट टिहरी द्वारा पूर्व में उपलब्ध कराए गए साउंड ट्रेक्स के आधार पर अनेक विद्यालयों में प्रार्थना सभाओं को बहुत ही सुंदर और रोचक ढंग से आयोजित किया जा रहा है और स्कूली बच्चे इन गतिविधियों में बहुत रूचि ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना सभा के साथ ही पाठ्य सहगामी क्रिया कलाप कि छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगिता होती है। इस अवसर पर श्री अरबिंदो सोसायटी से जुड़े नवाचारी शिक्षकों ने कबाड़ से जुगाड़ तथा जीरो इन्वेस्टमेंट में तैयार अपने प्रोजेक्ट्स के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सुदर्शन सिंह बिष्ट द्वार विभिन्न नवाचारी शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की गई।
      कार्यशाला में डायट टिहरी के प्रवक्ता प्रमोद कुमार गुधेनिया, दीपक रतूड़ी, डॉ वीर सिंह रावत, डॉ ज्ञान प्रकाश सिलस्वाल, अरविंद किशोर, देवेंद्र भंडारी, कैलाश डंगवाल, सुषमा मेहर, मीनाक्षी त्यागी, डॉ सुमन नेगी, विनीता सुयाल, अंजना सजवान, निर्मला सिंह, कृष्ण भूषण पेटवाल, प्राथमिक शिक्षक सुनील चौहान, अमित चमोली, शैलेश राणा, गिरिराज चौहान और डॉ सतीश सेमावाल सहित अनेक शिक्षक उपस्थित थे।

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