उत्तराखंड में 11वीं एवं 12वीं अर्थशास्त्र व इतिहास विषयो के हजारों विद्यार्थियों की मुराद पूरी हो गई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के समान अब उत्तराखंड बोर्ड में भी इन विषयों के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय स्तर पर प्रोजेक्ट वर्क आधारित 20 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा, जबकि 100 अंकों के स्थान पर 80 अंकों की सैद्धांतिक परीक्षा ली जाएगी। जानकारों के अनुसार नई व्यवस्था से बोर्ड परीक्षाफल में गुणात्मक सुधार होगा। साथ ही इससे विद्यार्थियों में विषय के प्रति रोचकता और रचनात्मकता भी बढ़ेगी।
कक्षा 11 एवं 12 में अर्थशास्त्र व इतिहास के विद्यार्थियों के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के समान 20 अंकों के प्रोजेक्ट वर्क आधारित आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है। आंतरिक मूल्यांकन कक्षा 11 में इसी सत्र से आरंभ किया जाएगा और कक्षा 12 के परीक्षार्थियों के लिए 2022-23 की यह व्यवस्था लागू होगी। शासन द्वारा 10 मई 2021 को इन दोनों विषयों में 20 अंकों के आंतरिक मूल्यांकन की स्वीकृति के बाद अब सचिव उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद द्वारा सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों के लिए इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए आंतरिक मूल्यांकन एवं सैद्धांतिक मूल्यांकन का विस्तृत ब्यौरा भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई, आईसीएसई और विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड द्वारा सभी विषयों में 20-20 अंकों के आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था पूर्व से ही की जा चुकी है किंतु उत्तराखंड में आंतरिक मूल्यांकन का प्रावधान न होने के कारण अन्य बोर्डों की तुलना में उत्तराखंड के विद्यार्थी अंको में पीछे हो जाते थे. विशेष रुप से अर्थशास्त्र विषय की जटिलता के कारण विगत कई वर्षों से परीक्षाफल में गुणात्मक सुधार नहीं आ पा रहा था.
राज्य के कई नवाचारी शिक्षक विगत 3 वर्षों से छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए इन विषयों में परियोजना कार्य आधारित आंतरिक मूल्यांकन को जरूरी मान रहे थे पूर्व में राज्य के अर्थशास्त्र विषय पर वक्ताओं द्वारा इस संदर्भ में अनेक बार विद्यालय शिक्षा परिषद रामनगर को परियोजना कार्य आधारित मूल्यांकन के लिए सुझाव दिए दिए गए, जिन पर बोर्ड द्वारा सहमति व्यक्त करते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था. इन सुझावों की व्यावहारिकता को ध्यान में रखते हुए शासन ने परियोजना कार्य आधारित आंतरिक मूल्यांकन की स्वीकृति दे दी है.सीबीएसई की तुलना में उत्तराखंड बोर्ड के विद्यार्थी अंको के औसत में आंतरिक मूल्यांकन के अभाव में पिछड़ जाते थे. परीक्षाफल में गुणात्मक सुधार के लिए विद्यालयी शिक्षा परिषद् रामनगर और उत्तराखंड शासन का यह कदम मील का पत्थर साबित होगा.
तीन वर्ष पूर्व राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार टिहरी गढ़वाल के पीटीए अध्यक्ष राम दयाल रतूड़ी ने राज्य में छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए अर्थशास्त्र विषय में सीबीएसई के सामान 20 अंकों के प्रोजेक्ट वर्क आधारित आतंरिक मूल्यांकन की मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री और विद्यालयी शिक्षा मंत्री से की थी. साथ ही राज्य के कई अर्थशास्त्र प्रवक्ताओं की राजकीय इंटर कॉलेज पटेल नगर में संपन्न हुई बैठक में अर्थशास्त्र विषय की जटिलताओं के समाधान तलाशने के साथ ही मूल्यांकन पैटर्न में सीबीएसई के समान मानक अपनाये जाने पर जोर दिया था। उधर प्रवक्ता अर्थशास्त्र विभोर भट्ट, सुशील डोभाल और डॉ हरि नंद भट्ट ने विद्यालय शिक्षा परिषद रामनगर की तत्कालीन सचिव डॉ नीता तिवारी से भेट कर इस संदर्भ में अर्थशास्त्र का मूल्यांकन सीबीएसई के पैटर्न पर करवाने का अनुरोध किया था। शिक्षकों का कहना है की मानविकी वर्ग में अर्थशास्त्र विषय अन्य विषयों की तुलना में जटिलतम विषय है जिस कारण विगत कई वर्षों से इसका परीक्षाफल छात्रों, अध्यापकों और परिषद की उम्मीद के अनुकूल नहीं आ रहा है।प्रोजेक्ट वर्क आधारित 20 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन आरम्भ किये जाने पर राज्यभर के प्रवक्ताओं, अभिभावकों और विद्यार्थियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है.
बहुत बढ़िया सर!💐👌👍
ReplyDeleteWell done👍👍💐💐
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