चुनाव ड्यूटी प्रशिक्षण के दौरान पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर यहां पीठासीन अधिकारी ने जमकर किया हंगामा, प्रशिक्षण स्थल पर मची अफरा-तफरी, सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से किया काबू।
जिला मुख्यालय नई टिहरी स्थित नगर पालिका के सभागार में जबरदस्त शीतलहर के बीच शुरू हुए मतदान कर्मियों की द्वितीय चरण के प्रशिक्षण के पहले दिन आज उस समय माहौल गर्म हो गया जब मंच पर पहुंच कर एक कथित पीठासीन अधिकारी ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग सहित कई मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। इस दौरान प्रशिक्षण सभागार में अफरा-तफरी मच गई। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह उसे काबू किया।
राज्य में विधानसभा सामान्य निर्वाचन के लिए इन दिनों द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद टिहरी गढ़वाल की नगर पालिका सभागार में पीठासीन अधिकारियों और मतदान अधिकारियों के लिए द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आज से आरंभ हुआ। आज पहले दिन प्रशिक्षण शुरू होते ही एक कथित पीठासीन अधिकारी अचानक मंच पर पहुंचकर गया और मास्टर ट्रेनर के हाथ से माइक लेकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए तत्काल प्रस्ताव पारित करने सहित अनेक मुद्दों पर हंगामा करने लगा। देखते ही देखते प्रशिक्षण स्थल पर अफरा तफरी मच गई। किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा काट रहे कथित पीठासीन अधिकारी को काबू किया। उक्त व्यक्ति स्वयं को राजकीय इंटर कॉलेज धारी ढुंगसिर कीर्तिनगर में प्रवक्ता पद पर पोस्टेड बता रहा था, और विगत कुछ समय से वेतन न मिलने सहित अपने उत्पीड़न का आरोप विभागीय अधिकारियों पर लगा रहा था। बताया जा रहा है कि उक्त कर्मचारी पिछले कुछ समय से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मानसिक तनाव में है। बाद में सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा किसी तरह उसे समझा-बुझाकर काबू करने पर प्रशिक्षण शुरू हो पाया।
वीडियो देखें
सरकार को कर्मचारियों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए। बेचारा कर्मचारी और क्या कर सकता है
ReplyDeletePoliticians des ko deemak ki tarah chat rahe hain, pr karmchari ko pention nahi,
ReplyDeleteसही बात की क्योकि चुनाव मे यही नेता ही कर्मचारियो की पुरानी पेशन खा गये
ReplyDeleteसभी कह रहा है सरकार ओ पी एस क्यो लागू नहीं करती सरकारी कर्मचारियों ही आपदा के समय काम आते हैैं।
ReplyDeleteबताया जा रहा है कि उक्त कर्मचारी पिछले कुछ समय से पेंशन बहाली की मांग को लेकर मानसिक तनाव में है।
ReplyDeleteSir ye baat kuch jam nhi rahi hai,
हमारे द्वारा चुने गए सभी नेता अपनी कुर्सी पर बैठ जाने के बाद अत्यधिक स्वार्थी हो जाते हैं और कर्मचारियों को ही आंखें दिखाते है जिनके कंधों पर बैठकर यह पुस्तक पहुंचते हैं उन्हें का सत्यानाश करने पर तुल जाते हैं
DeleteNPS इतनी अच्छी है तो नेता क्यों नही ले रहे है NPS कर्मचारियों के साथ धोखा है Only OPS चाहिए कर्मचारियों को , जिन्हें NPS अच्छी लगे ले ले
ReplyDeleteOps must
ReplyDeleteGood work
ReplyDeleteकर्मचारियों को Ops मिलनी चाहिए ,NPSमें कुछ गड़बड़ी तो है ही
ReplyDeleteपुरानी पेंशन हटा कर सरकार ने बहुत गलत किया है। ईमानदार कर्मचारी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।
ReplyDeleteOPS must
ReplyDeleteखुद तो पेंशन लेते हो हमको सीख देते हो,, vote for only ##OPS
ReplyDeleteबात न्याय संगत है यद्यपि उचित मंच पर होनी चाहिए।फिर भी इसके लिए जिम्मेदार कौन है?जिनका चुनाव हम निष्पक्षता से कराते है।बही अन्याय करते है।
ReplyDeleteनेता खुद क्यों नई पेंशन ले लेते हैं हमे पुरानी दे दो कर्मचारी सलेक्ट हो कर आते हैं नेता हो एक टेस्ट भे ही फेल हो जाएंगे
ReplyDeleteOps#
ReplyDeleteOps is must for future becasuse I draw 90000 rupee thousand but today nps given 1272rupee only ,(ops only)
ReplyDeleteOnly ops
ReplyDeletekarmchare logon nae bhi akta ka parichay dae kar ase sarkar ko ukhad faekna chahiyae
ReplyDeleteकथित पीठासीन नही सम्मानित कार्मिक है,जो नेता अपनी पेंशन सुरक्षित कर गए,उन्हें लोकतंत्र में चुने जाने तथा उनका राजनैतिक नैतिक जीवन सुखमय बनाये जाने के लिए एक असहाय,लाचार पेंशन विहीन कार्मिक की ड्यूटी महत्वपूर्ण है। ये लोकतंत्र नही राजतंत्र है।
ReplyDeleteबात तो सही है
ReplyDelete