Uttarakhand Breaking news: शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की पहल और महानिदेशक के निर्देशो पर इन शिक्षक और कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की तैयारी हुई शुरू, सैकड़ो शिक्षक कर्मचारियों की बढ़ी बैचेनी
आपको बता दें शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं जो गंभीर बीमारियों से त्रस्त हैं और उनके द्वारा कई बार विभाग क़ो तबादले समेत तमाम पत्र लिखें जाते हैं ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सकें। ऐसे में शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए अब उन्हें घर बैठाने का ही फैसला कर लिया हैं।
शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर जिला स्तर पर चिह्निकरण हुआ शुरू
निदेशालय के निर्देश पर जिला स्तर पर चिह्निकरण शुरू कर दिया गया। सभी सीईओ, डीईओ, बीईओ और उपशिक्षा अधिकारियों से चार बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है। हर शिक्षक कर्मी का पिछले दस साल की सेवा के रिकार्ड, स्कूल से गैरहाजिरी, बीमारी की वजह से अक्षमता, विभागीय स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई ब्योरा तैयार किया जाएगा।
रिटायर्ड होने पर मिलेगे पेंशन सहित अन्य वित्तीय लाभ
20 साल की सेवा पूरी करने वाले ऐसे शिक्षकों के वित्तीय लाभ सुरक्षित रहते हैं। इन शिक्षकों के रिटायर होने से रिक्त पदों पर भर्ती का रास्ता भी खुलेगा और इन पदों पर नयी भर्ती से शिक्षित युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।
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