SCERT Uttarakhand: 'अधिगम क्षतिपूर्ति हेतु प्रभावी शैक्षिक प्रयास' विषय पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड की दो दिवसीय कार्यशाला हुई संपन्न, राज्य के 54 नवाचारी शिक्षकों ने लर्निंग लॉस की क्षतिपूर्ति पर प्रस्तुत की अपनी कार्य योजना
अधिगम क्षतिपूर्ति हेतु प्रभावी शैक्षणिक प्रयास विषय पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में राज्य के सभी 13 जनपदों से 54 शिक्षकों ने प्रतिभाग करते हुए कोविड-19 के बाद पैदा हुए हालातों में शैक्षिक प्रतिपूर्ति के लिए प्रभावी शैक्षणिक प्रयासों पर अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत की है।
एससीईआरटी यानी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा स्कूली बच्चों की अधिगम क्षतिपूर्ति हेतु प्रभावी शैक्षिक प्रयास विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में कोविड-19 के दौरान लंबे समय तक पठन-पाठन बाधित रहने पर पैदा हुए हालातों के मद्देनजर लर्निंग लॉस की भरपाई के लिए चर्चा परिचर्चा की गई। राज्य के सभी 13 जनपदों से 54 नवाचारी शिक्षकों ने अधिगम प्रतिपूर्ति हेतु प्रभावी शैक्षिक प्रयास विषय पर अपनी कार्य योजना प्रस्तुत की। इस अवसर पर निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी ने कहा है कि कोविड-19 के दौर में उत्तराखंड के अनेक शिक्षकों ने अपने नवाचारी प्रयासों के माध्यम से शैक्षिक क्षतिपूर्ति का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पैदा हुए हालातों ने शिक्षकों और छात्रों को शिक्षण के क्षेत्र में अनेक नई विधाओं से परिचित करवाया है। शिक्षार्थियों में हुई अधिगम क्षति की भरपाई के लिए विद्या सेतु पाठ्यक्रम अनुसार प्रभावी शिक्षण अधिगम प्रक्रियाएं सम्पन्न की गई हैं। कार्यशाला में अपर निदेशक आर डी शर्मा ने कहा कि कार्यशाला में शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत किए गए अपने शैक्षिक प्रयासों की दस्तावेजों को प्रकाशित कर पूरे राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों तक पहुंचाया जाएगा।
कार्यशाला में टिहरी जिले के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय तपोवन की नवाचारी शिक्षिका कंचन बाला उनियाल प्राथमिक विद्यालय कोर्ट नरेंद्र नगर की शिक्षिका ऊंचा त्रिवेदी प्राथमिक विद्यालय बिजली चंबा की शिक्षिका पूनम भट्ट, प्राथमिक विद्यालय खारा स्रोत की शिक्षिका सरोजिनी रावत आदि ने अपनी शिक्षण कार्य योजना एवं अनुभव पत्रक प्रस्तुत एससीईआरटी के विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत किए हैं। इस अवसर पर उपनिदेशक NEP, CELL शैलेंद्र अमोली, विभाग अध्यक्ष पाठ्यचर्या विभाग एवं शोध विभाग प्रदीप रावत, अपर निदेशक एससीईआरटी आरडी शर्मा, निदेशक संस्कृत शिक्षा एसपी खाली व राज्य प्रमुख अजीम प्रेमजी फाउंडेशन शोभन सिंह नेगी सहित अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।
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