Featured post

PM SHRI GIC Jakhnidhar: पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार में शीघ्र ग़ठित होगी पूर्व छात्र परिषद, छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए पूर्व छात्रों से भी लिया जाएगा सहयोग, कॉलेज ने जारी किया Alumni Registration Link

Image
Posted by- Sushil Dobhal पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार ने Alumni रजिस्ट्रेशन Link जारी करते हुए अपने पूर्व छात्रों से विद्यालय की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है। प्रधानाचार्य संजीव नेगी ने कहा है कि स्कूली बच्चे देश का भविष्य होते हैं और उनके सर्वांगीण विकास के लिए पूर्व छात्रों का भी सहयोग लिया जायेगा।     राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और पीएम श्री योजना के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के संचालन के साथ ही प्रवक्ता अर्थशास्त्र सुशील डोभाल द्वारा  इंटर कॉलेज की वेबसाइट तैयार की गई है। कॉलेज की वेबसाइट पर ही पुरातन छात्रों के पंजीकरण का लिंक दिया गया है। प्रधानाचार्य संजीव नेगी ने कहा है कि  विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे विद्यालय के पूर्वछात्रो से स्कूल में अध्यनरत विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ ही विद्यालय के संसाधन जुटाने में भी सहयोग की अपील की जाएगी। उन्होंने कहा है कि विद्यालय में शीघ्र ही पूर्व छात्र परिषद का गठन किया जाएगा। जिसके लिए छात्र छात्राओं से लिंक के माध्यम से अपना पंजीकरण करवाने की अपील की गई है। Alumni Registration- PM SHRI GI...

Learning process: सीखने और सिखाने की प्रक्रिया में निर्णायक होते हैं 6 E+1 S, इनके उपयोग से हासिल किए जा सकते हैं बेहतर परिणाम


6 E and 1 L in Learning process
6 E and 1 L in Learning process
    शिक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बहुत सारे कारक एक साथ काम करते हैं। इन सभी कारकों के सामंजस्य से ही शिक्षण के उद्देश्य पूरे हो पाते हैं। सीखने की प्रक्रिया में 6 E+ 1S का सिद्धांत अत्यंत प्रभावी है। आइए जानते हैं सीखने की प्रक्रिया यानी लर्निंग प्रोसेस में 6E+S की क्या उपयोगिता है और एक शिक्षक को 6 E and 1S का क्यों रखना चाहिए ध्यान?

6 E और 1 S (संलग्नता, अन्वेषण, विवरण, व्याख्या, मूल्यांकन, विस्तार और मानक) का प्रारूप अध्यापकों द्वारा शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के साथ परामर्श के बाद विकसित किया गया था और यह अध्यापन के रचनात्मकता सिद्धांत पर आधारित है। इसमें बनाई जाने वाली पाठ्य-योजना रचनात्मक निर्देशात्मक प्रारूप पर आधारित होती है जिसमें योजना के खंड और गतिविधि को इस तरह से बनाया जाता है कि छात्र लगातार अपने मौजूदा ज्ञान के साथ नए ज्ञान को जोड़ते चले जाते हैं।

    शिक्षण में 6 E के चरणों को बताते हैं और प्रत्येक चरण अंग्रेजी के E अक्षर से शुरू होता है- Engage, Explore, Explain, Elaborate, Evaluate और Extend. ये 6 E शिक्षकों और छात्रों को एक ही किस्म की गतिविधियों से जोड़ते हैं जिससे वे अपने मौजूदा ज्ञान के ऊपर नए ज्ञान की निर्मिति करते हैं यानी अपनी पूर्व ज्ञान के साथ में ज्ञान को जोड़ पाते हैं। संक्षेप में इन्हीं इस प्रकार समझा जा सकता है।

  • Engage (संलग्नता) - इस गतिविधि में अतीत और वर्तमान के सीखने के अनुभवों को जोड़ा जाता है। इसमें गतिविधियों का खाका बना कर छात्रों के विचारों पर मौजूदा गतिविधियों के संदर्भ में ध्यान केंद्रित किया जाता है। छात्रों को सीखने वाले कौशल, प्रक्रिया और अवधारणाओं के साथ मानसिक रूप से संलग्न होना होता है। प्रत्येक पाठ्य-योजना में एक अनिवार्य प्रश्न होता है जो उनकी जांच का आधार होता है। आमतौर पर इस खंड में कुछ प्रमुख प्रश्न होंगे जिससे एक्सप्लोर नामक खंड में अन्वेषण को दिशा मिल सके।

  • Explore, अन्वेषण - छात्र विषय का और गहन अन्वेषण करते हैं। सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि छात्रों को अपने तरीके से चीजों को समझने का मौका मिलता है और उन्हें कोई निर्देश जारी नहीं किया जाता। उन्हें कुछ दिशा की बस जरूरत होती है और अध्यापक जरूरी सवाल पूछ कर, उनके संवाद को सुन कर यह सुनिश्चित करेगा कि वे अपने काम में लगे रहें।
  • Explain, व्याख्या - चरण छात्रों को उन अवधारणाओं की व्याख्या करने में मदद करता है जिसे वह सीखता है। वे अपनी समझ को शब्दों में सजाते हैं और अपने नये कौशल व्यवहार का परिचय देते हैं। इस चरण में अध्यापकों को औपचारिक शब्दावली, परिभाषा, अवधारणा, प्रक्रिया, कौशल और व्यवहार से छात्रों का परिचय कराने का मौका मिलता है।
  • Elaborate, विस्तार - यहां छात्रों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने अभ्यास पर सीधे काम करें। अब यह उनकी जिम्मेदारी होती है कि वे नई सूचना का प्रयोग कर अपने निष्कर्षों की प्रस्तुति दूसरों के समक्ष करें। अपने काम को मूल्यांकन के लिए जमा करने, प्रस्तुति करने और प्रोजेक्ट को पूरा करने का यह सबसे सही चरण और समय होता है।
  • Evaluate, मूल्यांक- इस खंड में शिक्षक सीखे हुए का मूल्यांकन करता है। इस खंड में छात्र अपना काम पूरा करके जमा करते हैं। इस चरण में यह बेहद जरूरी है कि छात्रों को आत्म-मूल्यांकन, समूह-मूल्यांकन आदि के लिए प्रेरित किया जाए और वे अपने मूल्यांकन के औजार खुद विकसित कर सकें।
  • Extend विस्तार - खंड में कुछ परामर्श शामिल होते हैं जिससे छात्र अपने पाठ से आगे जा सकता है। इसका उद्देश्य उन तरीकों की पड़ताल करना है जिनसे छात्र अपने निष्कर्षों और समझ को नए व अपरिचित संदर्भों व स्थितियों में लागू कर सकेगा। आमतौर पर इस किस्म की गतिविधि छात्रों के सीखे हुए से उनमें पैदा हुए उत्साह के कारण सामने आती है। यह खंड प्राथमिक तौर पर छात्र संचालित है, हालांकि अध्यापक यह सलाह दे सकते हैं कि छात्र अपने काम में आपसी प्रतिस्पर्द्धा कैसे करें या अपने काम को स्कूल के बाहर दूसरी जगहों पर ले जाकर कैसेट प्रदर्शित करें।
  • Standerd (मानक)-  मानक को फिलहाल पाठ्य-योजना के मुताबिक चरणबद्ध तरीके से इस प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है। इस खंड में पाठ का राज्य, प्रांत या राष्ट्रीय मानकों के साथ मिलान किया जाता है कि वह राष्ट्रीय या राजकीय मानक के मुताबिक है या नहीं। यह बुनियादी तौर अध्यापक के काम का होता है और इससे अध्यापक को यह सूचना प्राप्त होती है कि उक्त पाठ को स्थानीय बोर्ड, जिले या स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए अथवा नहीं।

Comments

यह भी पढ़ें -

School prayer: स्कूल के लिए 20 प्रसिद्ध प्रार्थना, जो बना देंगी विद्यार्थियों का जीवन सफल

Pariksha Pe Charcha 2024: PM Modi जनवरी में करेंगे परीक्षा पे चर्चा, आप भी हो सकते हैं शामिल, यहां करना होगा PPC 2024 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

NEP 2020: FLN क्या है और इसके क्या उद्देश्य हैं? यहां पढ़ें।

PPC 2025: परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में अब तक एक करोड़ से अधिक पंजीकरण, 14 जनवरी तक कक्षा 6 से 12वीं के छात्र, शिक्षक और अभिभावक यहां कर लें Online Registration, उपहार में मिलेगा पीपीसी किट,

SCERT Uttarakhand: महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा 'ज्ञानांकुरण' के लॉन्च के साथ ही उत्तराखण्ड बना स्कूली बच्चों के लिए दीक्षा पोर्टल पर ई-कोर्सेज उपलव्ध करवाने वाला पहला राज्य।

Best 50+ Facebook Stylish Bio For Boys Attitude 2023

परीक्षा पे चर्चा 2022 में प्रतिभाग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि है 20 जनवरी, विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधी बात करने का मिलेगा मौका।

चुनाव ड्यूटी प्रशिक्षण के दौरान पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर यहां पीठासीन अधिकारी ने जमकर किया हंगामा, प्रशिक्षण स्थल पर मची अफरा-तफरी, सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से किया काबू।

SCERT Uttarakhand: ज्ञानांकुरण कार्यक्रम के तहत एससीईआरटी ने जनवरी 2023 के कोर्स लिंक किये जारी, कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए DIKSHA portal पर उपलब्ध हैं यह उपयोगी कोर्स

Uttarakhand Board Result 2023: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर बोर्ड का 10 वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम यहां देखें