DIET New Tehri: डायट नई टिहरी में हिंदी भाषा के संदर्भ समूह शिक्षकों की पाँच दिवसीय कार्यशाला हुई सम्पन्न
पाँच दिवसीय कार्यशाला का 12 से 16 दिसम्बर तक आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के हिंदी भाषा संकाय के तत्वाधान में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ संस्थान के प्राचार्य देवेन्द्र सिंह भण्डारी के सम्बोधन के साथ हुआ। सम्बोधन के दौरान उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में बच्चों के सीखने का जो ह्रास हुआ है उसकी प्राप्ति की दिशा में उत्तराखंड सरकार की ओर से विद्यासेतु पाठ्यक्रम को तैयार किया गया है और सभी शिक्षक इससे भली-भांति परिचित हैं। इस कार्यशाला में विद्यासेतु पाठ्यक्रम के अंतर्गत हम सीखने के प्रतिफलों को लेकर काम करेंगे व कहानी व कविता के माध्यम से इन प्रतिफलों को हासिल करने से जुड़ी शैक्षणिक प्रक्रियाओं पर समझ बनाएंगे।
कार्यशाला के दौरान प्रमुख रूप से बच्चों के अधिगम क्षतिपूर्ति में कहानी और कविता की भूमिका को लेकर विस्तार से बातचीत की गई, साथ ही कहानी और कविता के शिक्षण के उद्देश्य, इनसे विकसित होने वाले कौशलों, सीखने के प्रतिफलों व इससे जुड़ी शैक्षणिक प्रक्रियाओं और गतिविधियों पर शिक्षकों ने समूह कार्य के माध्यम से साझा समझ बनाने का कार्य किया। कार्यशाला के फ़ीडबैक के तौर पर प्रतिभागियों ने बताया कि वे कक्षा-कक्ष में बच्चों के साथ जो गतिविधियां करते हैं उन पर बेहतर समझ बनी है व बहुत सी नवीन गतिविधियां सीखने व समझने को मिली है। हमारे पास बहुत सी गतिविधियों की सूची तैयार हुई है जो बच्चों को भाषा सिखाने में बहुत मददगार होगी।
कार्यशाला में निजी विद्यालयों के शिक्षकों ने भी प्रतिभाग किया। उनके लिए ये कार्यशाला एक नए अनुभव तौर पर रही जिसमें उन्हें भाषा शिक्षण से जुड़े विभिन्न तौर-तरीकों से रूबरू होने का अवसर मिला। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नित-नवीन नवाचरों व बदलावों को भी समझने का अवसर मिला। इस अवसर पर कार्यशाला की संयोजक सीमा शर्मा (कार्यानुभव शिक्षक) डाइट टिहरी सहित अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के अवनीश, रीना, अभिषेक और संजय आदि मौजूद रहे।
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