Uttarakhand Board Exam 2023: भौतिक विज्ञान के प्रश्नपत्र ने परीक्षार्थियों को किया मायूस, प्री-बोर्ड, सैंपल पेपर्स और विगत 10 वर्षो के प्रश्न पत्रों से तैयारी का नही मिल पाया कुछ भी लाभ,
उत्तराखंड बोर्ड के 12वीं के परीक्षार्थियों को सोमवार को संपन्न हुए भौतिक विज्ञान (फिजिक्स) की परीक्षा के प्रश्न पत्र ने मायूस कर दिया। फिजिक्स का प्रश्न पत्र संतुलित नहीं होने से छात्रों को हल करने में खासी कठिनाई हुई। अधिकांश परीक्षा केंद्रों से परीक्षा देकर बाहर निकल रहे विद्यार्थियों के चेहरे उदास नजर आए। जानकारों के अनुसार कोरोना महामारी से पैदा हुई हालातों कि कारण इन छात्रों की हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा न हो पाने और विगत दो वर्षो तक पढ़ाई प्रभावित होने के कारण के साथ ही फिजिक्स का प्रश्नपत्र जटिल होने के कारण बोर्ड परीक्षार्थियों को मायूस होना पड़ा है।
बीस मार्च को राज्य भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में संपन्न हुई भौतिक विज्ञान के प्रश्न पत्र ने परीक्षार्थियों को काफी उलझाए रखा। संपन्न होने के बाद अधिकतर परीक्षार्थियों के चेहरे जहां उदास नजर आए वही परीक्षार्थियों और अभिभावकों का कहना है कि बोर्ड द्वारा जारी सैंपल पेपर से प्रश्न नहीं पूछे गए। अधिकतर प्रश्न न्यूमेरिकल आए थे और उन्हें हल करने में पसीना छूट गया।
कुछ परीक्षार्थियों ने कहा कि विगत 10 वर्ष के प्रश्न पत्र हल करने के बावजूद कोई लाभ नहीं हुआ। तीन-चार प्रश्न को छोड़ कोई अन्य प्रश्न नहीं आए थे। बोर्ड ड्यूटी दे रहे कई शिक्षकों ने परीक्षा संपन्न होने के बाद बताया कि संभवत पेपर कठिन आने के कारण छात्रों ने समय से पहले प्रश्न पत्र हल करना बंद कर लिया। जानकारों के अनुसार कोरोनावायरस के बाद पैदा हुए हालातों के चलते जिस प्रकार से विगत 2 वर्षों तक शैक्षणिक माहौल पूरी तरह प्रभावित रहा उससे इस वर्ष 12वीं की परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं का प्रभावित होना स्वाभाविक है। फिजिक्स के पेपर को देखते हुई यह कहा जा सकता है कि पेपर तैयार करते समय इन व्यावहारिक पहलुओं को ध्यान में शायद नहीं रखा गया।
पेपर फिर से होना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों के साथ अन्याय हुआ है।
ReplyDeleteEsa bhi ni h bas hme us leval ki preparation hi ni karvayi gye aur na hamne khud ke hamse toh ye kha gya school me 10 saal ke paper karlo
DeletePaper dobara nhi hone chahiye
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