आईआईएसईआर पुणे के तत्वावधान में टिहरी और उत्तरकाशी के विज्ञान और गणित शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) नई टिहरी में आरंभ हुआ। इस अवसर पर भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान पुणे से डाइट टिहरी पहुंचे संदर्भ दाताओं की टीम ने प्रतिभागी शिक्षकों को आईआईएसईआर पुणे के प्रोजेक्ट आईआरआईएसई से परिचय करवाते हुए विभिन्न सत्रों में शिक्षकों को रोचक ढंग विज्ञान और गणित शिक्षण की अनेक विधाओं से संबंधित प्रशिक्षण दिया।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी DIET नई टिहरी में जनपद टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी के उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के विज्ञान और गणित शिक्षकों का inspiring India in research innovation and stem education program के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए डायट प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल ने विज्ञान विषय के प्रति छात्र-छात्राओं में रुचि पैदा करने पर जोर दिया है। उन्होंने विज्ञान शिक्षकों का जमकर उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि टिहरी और उत्तरकाशी में अनेक नवाचारी शिक्षक शानदार कार्य कर रहे हैं उन्होंने जनपद टिहरी गढ़वाल में गत वर्षों भारत सरकार के विज्ञान और तकनीकी विभाग द्वारा संचालित इंस्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में टिहरी जनपद के शिक्षकों के प्रयासों से जिले के नाम उल्लेखनीय कीर्तिमान स्थापित हुए हैं।
इससे पूर्व डाइट टिहरी की टीम ने आईआईएसईआर पुणे से प्रशिक्षण देने के लिए पहुंचे संदर्भ दाताओं का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान डीएलएड प्रशिक्षु शिक्षकों ने रोचक ढंग से सरस्वती वंदना और स्वागत गान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के संयोजक व डायट टिहरी के प्रवक्ता डॉ मनवीर सिंह नेगी ने संदर्भदाताओं का शिक्षकों से परिचय करवाया और Indian institute of Science education and research Pune के शिक्षक और छात्रोंपयोगी प्रोजेक्ट IRISE की संक्षिप्त जानकारी दी।
इस दौरान आईआईएसईआर पुणे की वरिष्ठ शिक्षण सहयोगी श्रद्धा भुरकुंडे ने IRISE प्रोग्राम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि IISER पुणे की टीम उत्तराखंड राज्य में इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न चरणों में शिक्षक विकास कार्यशाला आयोजित कर रही है। संस्थान द्वारा उत्तराखंड से पहले महाराष्ट्र और बिहार में सफलतापूर्वक शिक्षक विकास कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी है।
'हिमवंत' के whatsapp group से जुड़ने के लिए यहां टच करें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन विभिन्न सत्रों में संदर्भदाताओं द्वारा बेहद रोचक ढंग से विज्ञान शिक्षकों को छात्रोपयोगी प्रशिक्षण दिया। इस दौरान मोहम्मद तकी ने गणित पर आधारित विभिन्न रोचक गतिविधियां करवाते हुए शिक्षकों को अनेक व्यवहारिक विधाओं से परिचित करवाया। उन्होंने गणित से जुड़ी अनेक प्रेरक कहानियां भी शिक्षकों को छात्रों के साथ साझा करने के लिए सुनाई। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों के साथ WODB तैयार करने की प्रक्रिया और Math Talk आदि प्रक्रियाओं की भी जानकारी दी।
इस दौरान आईआईएसईआर पुणे की वरिष्ठ शिक्षण सहयोगी श्रद्धा भुरकुंडे ने माध्यमिक कक्षाओं के लिए शिक्षण अधिगम सामग्री TLM और विज्ञान के मॉडल तैयार करने पर आधारित प्रशिक्षण दिया। इस दौरान उन्होंने केमिस्ट्री पर आधारित अनेक रोचक और प्रेरक कहानियां शिक्षकों के साथ साझा करते हुए यह समझाने का प्रयास किया कि कहानियों के माध्यम से भी छात्र-छात्राओं के अधिगम के उच्च स्तर को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को अपने आसपास की अनुपयोगी वस्तुओं जैसे अंडे की ट्रे, कागज और गत्ते की प्लेटें, बच्चों के खिलौने और गुब्बारे आदि सामग्री से किफायती मॉडल्स तैयार करने की विधाओं से भी परिचित करवाया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में IISER पुणे से संदर्भदाता श्रद्धा भुरकुंडे, मोहम्मद तकी, प्रदन्या पुजारी, शिवानी पलसे, संकेत राऊत, शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी के प्रवक्ता और कार्यक्रम संयोजक डॉ मनवीर सिंह नेगी, डॉ वीर सिंह रावत, देवेंद्र भंडारी, अंजना सजवाण, सुषमा महर और हिमवंत के संपादक सुशील डोभाल सहित जनपद उत्तरकाशी और टिहरी गढ़वाल के कई उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के विज्ञान और गणित शिक्षक मौजूद रहे।
23072734
ReplyDeleteRoopchbdra
ReplyDelete