Father's day: 'पिता' पर क्या लिखूं, पिता की ही लिखावट हूं मैं...
Father's day 2023: आज विश्व पिता दिवस है। किसी मित्र ने इस पर कुछ लिखने के लिए कहा है। 'पिता' के लिए क्या लिखूं, 'पिता' की ही लिखावट हूं मैं। पिता का हाथ अगर सर पर रहे तो जीवन की हर मुश्किल से पार पा सकता हूं मैं। अपनी हर परेशानियों को मुस्कराहत में छुपाकर हमें जीवन की हर खुशी के साथ आगे बढ़ने का हौसला देते हैं पिता। पिता के लिए सिर्फ एक ही दिन क्यों, हर दिन उनका है। इनसे ही तो हमारा जीवन है। इनसे ही तो हमारी खुशियां हैं। इनके इस प्यार को शब्दों में पिरोना बहुत मुश्किल है। पिता से मिले संस्कार व उनकी सीख ही हर मुसीबत से निपटने का साहस देती है। उनके बिना जीवन अधूरा है, अस्तित्व अधूरा है। पिता हर बच्चे के जीवन में अनमोल है। 🙏🏻
Nice
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