Women Motivator Group: उत्तराखंड के राजकीय विद्यालयों में महिलाओं की सशक्त भूमिका के लिए गठित होंगे महिला प्रेरक समूह, इन महिलाओं को समूह में किया जाएगा शामिल

Report by- Sushil Dobhal
मुख्य शिक्षा अधिकारी टिहरी एसपी सेमवाल
उत्तराखंड के राजकीय विद्यालयों में महिलाओं की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाये जाने हेतु विद्यालय स्तर पर महिला प्रेरक समूह (Women Motivator Group) का गठन किया जाएगा। महिला प्रेरक समूह में विद्यालय प्रबंध समिति की महिला सदस्य, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की माता, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों की माता, सम्बन्धित ग्राम सभा की महिला मंगल दल सदस्य, निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत ए०एन०एम० तथा स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को शामिल किया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा ने इस संबंध में सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
राज्य परियोजना कार्यालय सेंचुरी निर्देशन के अनुपालन मे टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारी उप शिक्षा अधिकारी और संस्थाध्यक्षों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा, उत्तराखण्ड के ई-पत्रांक रा०प० का०/118280/ 2024/ सामुदायिक सहभागिता /2024-25 दिनांक 30 सितम्बर 2024 का सन्दर्भ ग्रहण करें जिसके माध्यम से अवगत कराया गया है कि सामुदायिक सहभागिता के अन्तर्गत विद्यालय के उचित प्रबन्धन एवं गुणवत्तापरक शिक्षा हेतु विद्यालय स्तर पर छात्र, शिक्षक एवं अभिभावक के त्रिकोणीय सम्बन्ध के दृष्टिगत समस्त विद्यालयों में एस०एम०सी०/एस०एम०डी०सी०/पी०टी०ए० समिति का गठन किया गया है।
    उक्त के आलोक में सामुदायिक सहभागिता को परिणामोन्मुखी बनाये जाने हेतु राजकीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की सक्रिय भूमिका को अधिक प्रभावी एवं गतिशील बनाये जाने की आवश्यकता है। विशेषकर महिलाओं की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाये जाने हेतु विद्यालय स्तर पर महिला प्रेरक समूह (Women Motivator Group) का गठन किया जाना है। महिला प्रेरक समूह का गठन SMC/SMDC समिति की महिला सदस्य, जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की माता, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग से सम्बन्ध रखते हों, सम्बन्धित ग्राम सभा की महिला मंगल दल सदस्य, निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत ए०एन०एम० तथा स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सम्मिलित करते हुए किया जाना है। जिनकी सदस्य संख्या निम्नवत् होगी-
  • SMC/SMDC समिति- 03 महिला सदस्य (01-CWSN, 01-SC, 01-ST) 02 महिला सदस्य
  •  महिला मंगल दल 3
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत ए०एन०एम०- 01 महिला सदस्य
  • स्वंय सहायता समूह- 06 महिला सदस्य
 इस प्रकार प्रत्येक विद्यालय स्तर पर महिला प्रेरक समूह में 12 सदस्यीय समिति का गठन किया जाना है। विद्यालय स्तर पर सम्पादित की जाने वाली गतिविधियों में उक्त समूह के निम्नवत् उत्तरदायित्व रहेगें-
  • महिला प्रेरक समूह सम्बन्धित विद्यालय के सेवित क्षेत्रों में शालात्यागी / कभी विद्यालयनहीं गये बच्चों एवं उनके माता-पिता से वार्ता कर उन्हें विद्यालय आने के लिए प्रेरित करेंगी। समूह ऐसे बच्चों का चिन्हांकन करेगा जिन्हें विद्यालय आने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तथा सम्बन्धित समस्या का स्थानीय स्तर पर निराकरण करने का प्रयास करेंगी। यदि सम्भव नहीं हुआ तो विभागीय स्तर से कार्यवाही की अनुशंसा करेंगी।
  • विद्यालय में परिलक्षित कमियों के निराकरण हेतु सुझाव देंगी.
  • महिला प्रेरक समूह अध्यापकों के साथ स्थानीय सामग्री का उपयोग करते हुए छात्रों हेतु टी०एल०एम० के निर्माण में अपना सहयोग देंगी।
  • विद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता कार्यशालाओं का आयोजन करते हुए छात्र/छात्राओं में वैयक्तिक स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता उत्पन्न करेंगी।

  • विद्यालय में अध्ययनरत् बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता व कौशल विकास सम्बन्धी कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग करेंगी
  • बालक/बालिका में अन्तर की विचारधारा को समाप्त करने सम्बन्धी अभिमुखीकरण कार्यक्रम विद्यालय स्तर पर आयोजित करेंगी।
  • बालिकाओं में पोषण और जन्म नियंत्रण से सम्बन्धित नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत ए०एन०एम०/ जी०एन०एम० की सहायता से अभिमुखीकरण कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी।
  • विद्यालय हेतु स्वीकृत भौतिक संसाधनों के उचित क्रियान्वयन एवं गुणवत्ता बनाये रखने हेतु सहयोग प्रदान करेंगी।
  • विद्यालय विकास योजना के निर्माण में सहयोग प्रदान करेंगी।
  •  समय-समय पर छात्र उपलब्धि / सम्प्राप्ति हेतु सुझाव एवं सहयोग देंगी।
  •  विद्यालय में स्वच्छता बनाये रखने के लिए रोस्टर बनाकर सहयोग प्रदान करेंगी।
  • स्थानीय स्तर पर जनसमुदाय में विद्यालय के प्रति अपनत्व की भावना विकसित करेंगी।
  • बाल यौन शोषण के प्रति जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन हेतु सहयोग प्रदान करेंगी, जिससे बच्चों में आत्मसुरक्षा की भावना विकसित हो। साथ ही समाज की कुप्रथाओं यथा- बाल विवाह, घरेलू हिंसा के विरुद्ध बालक/बालिकाओं को जागरूक करेंगी।
  • भारत एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता से सम्बन्धित कार्यक्रमों की जानकारी देंगी।
  • माह के अन्तिम शनिवार को विद्यालय स्तर पर प्रतिभा दिवस में बालक / बालिकाओं हेतु विभिन्न गतिविधियों के संचालन में सहयोग प्रदान करेंगी। साथ ही सामुदायिक सहभागित्ता के अन्तर्गत "सपनों की उडान कार्यक्रम में भी सहयोग प्रदान करेंगी।
  •  राष्ट्रीय पर्व एवं वार्षिक महोत्सव के अवसर पर समूह की महिलाओं द्वारा छात्र-छात्राओं हेतु पर्यावरण जागरूकता, पारम्परिक कृषि, पारम्परिक वेशभूषा, पारम्परिक भोजन तथा पारम्परिक रीति रिवाज सम्बन्धी जानकारियों को साझा किया जा सकता है।
अतः उक्त के आलोक में निर्देशित किया जाता है कि विद्यालय स्तर पर महिला प्रेरक समूह (Women Motivator Group) का गठन करते हुए जिला परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा (samagra.tehri@gmail.com) को अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह तक सम्बन्धित विकासखण्डों द्वारा विद्यालयवार महिला प्रेरक समूह की सूचना से अवगत कराना सुनिश्चित करें।

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